सरहद पर वो खड़े रहे
स्वाभिमान पर अड़े रहे
वक़्त आया तो भिड़ गए वो मौत से
माँ की तस्वीर, बच्चों के ख़त
उनके बटुओं में पड़े रहे ।
सरहद पर वो खड़े रहे
स्वाभिमान पर अड़े रहे
वक़्त आया तो भिड़ गए वो मौत से
माँ की तस्वीर, बच्चों के ख़त
उनके बटुओं में पड़े रहे ।