सब कुछ बिल्कुल बना मिले,
ये दुनिया ऐसी कहाँ मिले |
जो तू माँगे तो खाक मिले,
जो ना माँगे तो जहाँ मिले |
सब कुछ बिल्कुल बना मिले,
ये दुनिया ऐसी कहाँ मिले |
जो तू माँगे तो खाक मिले,
जो ना माँगे तो जहाँ मिले |
वही पुल जो बनाया था शहर जोड़ने को
आज ना जाने कितने सपने तोड़ गया |